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Sunday 9 February 2020

Mahashivratri Sadhna | Mahashivratri special 21-02-2020 | Mahashivratri puja aur sadhna

जय मां भवानी शंकर


महाशिवरात्रि

Mahashivratri Sadhna | Mahashivratri special 21-02-2020 | Mahashivratri puja aur sadhna 
#Mahashivratri


हर हर महादेव में रोहित सिंह आज इस साल की शिवरात्री के बारे में बात करने वाला हूं की इस साल की महाशिवरात्रि का शुभारंभ कब हो और शुभ समय के बारे में इस बार महाशिवरात्रि 21-02-2020 को है । ये दिन सभी के लिए बहुत खास दिन है इस दिन काफी सारी अच्छी घटनाएं होती है । ये दिन महादेव की पूजा के लिए और महादेव भोलेनाथ की साधना के लिए बहुत विशेष है इस दिन सभी शिव भक्त महादेव के कठोर तपस्या और साधना करते हैं आप सब भी अपना जीवन शिव को सौंप कर हमेशा शिव की भक्ति में रहो शिव जी की साधना उपसना करो । भगवान शिव जी बारे कृप्यालू है अगर आप सच्चे मन से शिव जी की पूजा करते हो तो वो आपके मन की सब बाते जानते है और आप की पूजा वो स्वीकार भी करते है । भगवान शिव जी की महिमा अपरम्पार है । सभी मेरे साथ बोलो जय मां भवानी शंकर । इस दिन मां पार्वती और शिव जी का विवाह हुआ था 



पूजा एवं शुभ मुहूर्त

निशीथ काल पूजा - 24:08 से 25:00
पारण का समय - 06:57 से 15:23 (22 फरवरी)
चतुर्दशी तिथि आरंभ - 17:20 (21 फरवरी)
चतुर्दशी तिथि समाप्त - 19:02 (22 फरवरी)

पूजा विधि के बारे में 

मैंने पहले भी कहा है कि सच्ची श्रद्धा ज़रूरी है। और शिव जी की पूजा विधि बहुत सारी है आप अपनी यथा संभव जितना आप कर सकते हैं उस तरह से करे शिव जी को पूजा की विधि नहीं उनकीं पूजा स्वीकार है। 
आप सरल विधि के साथ और अपने पुरी समर्पण के साथ शिव जी का पूजन करे । आप सभी पहरों में भी शिव जी का पूजन और ध्यान करे 


महाशिवरात्रि पर्व व्रत

इस दिन व्रत भी रखा जाता है । कोई फालहर वाला व्रत रखते है तो कोई फाल्हर भी नहीं करते है । आप अपनी की इच्छा के अनुसार कोईसा भी भी व्रत रख सकते है । फालहार भी शिवजी के पूजन के बाद ही भोजन में फ़ालहर करे सिर्फ 2 बार ही भोजन करे सुबह और साम ।
भोजन को शिवजी के पूजा के बाद ही ग्रहण करे और भोजन के बाद शिवजी का ध्यान में लगे रहे ।

12 ज्योतिलिंग का ध्यान करे और 12 ज्योतिलिंग स्त्रोत्र का पाठ करें
12 ज्योतिलिंग स्त्रोत के बारे में आप सभी को मेरे यूट्यूब चैनल पर या किसी भी स्पिरिचुअल चैनल पर इस स्त्रोत के बारे में पता चल जाएगा आप इस स्त्रोत को यूट्यूब या इंटरनेट पे देख सकते है। और ये आप को शिवजी की पूजा की किताब में भी मिल जाएगा इस स्त्रोत के जाप से 7 जन्मों के पाप का नास होता है । इस स्त्रोत में सभी 12 ज्योतिलिंग का वर्णन है । 




महाशिवरात्रि साधना के लिए आप सभी को isha yoga center पे जाकर वहां साधना कर सकते है या isha के बारे में इंटरनेट और यूट्यूब से जानकर साधना कर सकते है । Isha का ऑफसीआईएल चैनल यूट्यूब परे मौजूद है और आप सभी इनकी वेबसाइट पे जाके भी इन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और वह से आप सभी को साधना की पूरी जानकारी अच्छी तरह से मिल जाएगी 


इस दिन की खास विशेषता होती हैं

इस दिन अगर इंसान पूरी रात उठा रहे और अपने रीड़ के हड्डी को सीधा रखें तो उस के अंदर अपने आप ही चेतना बाढ़ जाती है । उसका अध्यातमिक जीवन और विशेष हो जाता है और वो शिव के और करीब आ जाता है #महाशिवरात्रि #mahashivratri


मां पार्वती और शिव जी

मां पार्वती और शिव जी की महिमा अनन्त है । एक बार की बात है पुस्पदंत का एक गंधर्व था जिस ने शिवमहिमा स्त्रोत की रचना की ये स्त्रोत थोड़ा लम्बा है और इस स्त्रोत में ही लिखा है की शिव जी की महिमा के बारे में जितने ज्यादा कहा जाए कम है । ब्रह्मा जी की वाणी भी कम फिर भी अपने बुध्दि की मरायदा के अनुरूप सभी छमा योग है इस लिए पुस्पदंत का भी स्त्रोत अनांदनिए ही मनना चाहिए ये सभी जो में ने यह कहा है ये सब शिवमहिमा स्त्रोत में लिखा है । शिवमहिमा स्त्रोत को पुस्पदंत ने लिखा है 

महाशिवरात्रि साधना

कोई भी इंसान जिस की उम्र 8 साल से ज्यादा है,ये साधना कर सकता है । ये साधना महाशिवरात्रि से पहले लगातार 40,21,14,7 या 3 दिनों तक कर सकते हैं ।

साधना की अवधि के दौरान आपको कुछ निर्देशों का पालन करना है 

• रात में 8-10 काली मिर्च के दाने और 2-3 बेल पत्र या नीम के पत्तों के साथ शहद में भिगो दे,
• और मुठ्ठी भर मूंगफलियों को रात भर पानी में भिगो दे। ये सुबह साधना के बाद खाएं।
• अगर नीम या बेल पत्र ना मिले तो नील पाउडर की गोलियों का इस्तमाल करे नीम पाउडर ishashoppe या patanjali से खरीद सकते है ।
• दिन में दो ही बार भोजन करें ।
• पहला भोजन दोपहर 12 बजे के बाद करे ।अगर भूख लगे,तो आप काली मिर्च_शहद_नींबू के रस को पानी में मिला कर दोबारा पी सकते है । 
• सिगरेट , शराब और मांसाहारी भोजन से परहेज़ करे
• एक काला कपड़ा पुरुष ऊपरी दायीं बाँह पर और स्त्रियाँ ऊपरी बायीं बाँह पर पहनें।
• आप किसी भी काले कपड़े का इस्तेमाल कर सकते हैं, पर इस कपड़े की लम्बाई 12 इंच और चौड़ाई 1 इंच होनी चाहिए।
• साधना करने वाले लोग काले कपड़े का खुद प्रबंध कर सकते है। सिर्फ सफेद या हल्के रंग के कपड़े पहनें। कृपया दिन में दो बार हर्बल पाउडर से स्नान करें। 

साधना का समापन के बारे में

आप साधना का समापन प्रक्रिया ईशा योग केंद्र में या किसी स्थानीय ईशा केंद्र में कर सकते है। या फिर अपने घर में ध्यानलिंग की फोटो के सामने कर सकते है । साधना का समापन इस प्रकार करे । जागरण में रहेना जरूरी है,इसका मतलब पूरी रात जागना जरुरी है। इस के बाद आप सभी को योग योग जो मंत्र है ये आप को ईशा की वेबसाइट से मिल जाएगा इस मंत्र का 112 बार जाप करें । अब आप सभी पैसों या भोजन के जरूरतमंद 3 लोगों को कुछ भेट करे मतलब के उपहार दे । 
एक बेल पत्र /नीम पत्र/या फिर 3 या 4 पत्तियो वाला पत्ता ध्यनलिंग को चढ़ाएं। अपने बांह से काला कपड़ा उतार दे जो आप ने साधना के समय बाधा था और इसे dhyanling ध्यान लिंग के सामने नंदी के पास बांध दे ।अब वो लोग जो इस प्रक्रिया को स्थानीय केंद्रों या घर पर कर रहे हैं,अब उस काले कपड़े को जला दे और इस के राख़ को अपने ऊपरी बाहों और दोनों टांगो पर लगा ले। आप सभी और अधिक जानकारी के लिए ईशा योगा केंद्र की वेबसाइट या यूट्यूब चैनल पे जा सकते है । और इस साधना की के समापन विधि लाइव टीवी पर आने वाला है उस है तरीका को पिछाले बार भी आया था ये साम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक लाइव चलता है आप चाहे तो टीवी से लाइव पूरी रात महाशिरात्रि पर जागरण कर सकते है ।


महाशिवरात्रि में ये करे

महाशिवरात्रि जो इस बार 21-02-2020 को है । इस दिन आप विशेष तौर पे शिव जी का ध्यान करें यानी की मेडेशन करे। ध्यान योग में बैठे और पूरी तरह से अपनी चेतना को जागा दे और शिवजी का ध्यान करें । ध्यान एक अच्छा तरीका है।

साधना के बारे में अधिक जानकारी आप मेरे यूट्यूब चैनल पे जाकर देख सकते है।
मेरा अपने यूट्यूब चैनल पर भी वीडियो अपलोड कर रहा हूं । मेरे चैनल पर आप सब को इस चीज के बारे में और अधिक जानकारी मिले गी।


आप सभी का धन्यवाद मेरे वेबसाइट और यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब, लाइक करने के लिए । आप सभी का धन्यवाद

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